Revision kaise kare – वैज्ञानिक तरीका रिवीज़न करने का
Revision kaise kare : किसी भी सब्जेक्ट का रिवीज़न करना पढ़ाई करने से भी ज्यादा जरूरी है।
प्रत्येक एग्जाम में टॉप आने वाले स्टूडेंट को पढ़ाई करने का SQ3R फार्मूला पता होता है।
इसी SQ3R फार्मूले का इस्तेमाल करके कोई भी स्टूडेंट किसी भी सब्जेक्ट को ज्यादा जल्दी पढ़ सकता है तथा लंबे समय तक याद रख सकता है।
जब विद्यार्थी पहली बार कुछ नया सीखते हैं तो थोड़े ही दिनों में भूल जाते हैं उसका भी एक वैज्ञानिक कारण है।
Revision in hindi करने का वैज्ञानिक तरीका क्या है आज मैं इसके बारे में आपको बताऊंगा।
प्रत्येक एग्जाम में टॉप करने वाले स्टूडेंट यह तरीका जानते हैं लेकिन वो किसी को बताते नहीं है।
लेकिन आज आपको वो राज पता चलने वाला है।
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Table of Contents
रिवीज़न करना क्यों जरूरी है
चाहे पढ़ाई में होशियार छात्र हो या कमजोर रिवीज़न करना सभी के लिए जरूरी है।
सिर्फ पढाई ही नहीं बल्कि प्रत्येक क्षेत्र में सफलता पाने के लिए बार-बार रिवीज़न या प्रैक्टिस करनी पड़ती है।
सचिन महान क्रिकेटर इसलिए बने क्योंकि वें बहुत ज्यादा प्रैक्टिस करते थे।
प्रत्येक विद्यार्थी जब कुछ नया सीखता है तो बहुत जल्दी उसे भूल जाता है क्योंकि वह उसके बारे में पहली बार सुन रहा होता है।
पहली बार कोई चैप्टर पढ़ने पर वह सिर्फ थोड़े समय के लिए याद रहता हैं।
लेकिन एक बार रिवीज़न करने पर वह लंबे समय तक याद रहता है।
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Revision kaise kare
वैज्ञानिकों ने बहुत सारे छात्रों पर स्टडी करके पता लगाया है कि बच्चों का दिमाग कैसे काम करता है।
उसी के आधार पर वैज्ञानिकों ने रिवीज़न करने का तरीका खोज निकाला

रिवीज़न करने के 4 स्टेप्स
Step 1. ज्यादातर स्टूडेंट जब पहली बार कोई चैप्टर पढ़ते है तो वह उन्हें सिर्फ 24 से 48 घंटे तक ही याद रहता है इसलिए पहला रिवीज़न विद्यार्थी को 24 से 48 घंटे बाद करना चाहिए।
Step 2. जब विद्यार्थी एक बार रिवीज़न कर लेता है तो उसे वह चैप्टर उसे 7 से 10 दिनों तक याद रहता है इसलिए दूसरा रिवीज़न विद्यार्थी को 7 से 10 दिन बाद करना चाहिए।
Step 3. दूसरा रिवीज़न करने के बाद विद्यार्थी को चैप्टर 21 से 25 दिनों तक याद रहता है उसके बाद उसे तीसरा रिवीज़न करना चाहिए।
Step 4. और तीसरा रिवीज़न करने के बाद विद्यार्थी को चैप्टर दो से तीन महीनों तक याद रहता है।
तो इस प्रकार प्रत्येक विद्यार्थी को रिवीज़न करने का यही तरीका अपनाना चाहिए जिससे वह चैप्टर को लंबे समय तक याद रख सकता है।
विद्यार्थी जब साल भर इसी तरीके से पढाई करते है तो एग्जाम के समय उसे दोबारा रिवीज़न करने में आसानी होती है और एग्जाम के वक्त वह प्रश्न के उत्तर भी नहीं भूलते।
प्रतिदिन रिवीज़न करने का सही समय
मैंने आपको रिवीज़न करने के 4 स्टेप्स बताए हैं।
प्रत्येक विद्यार्थी को उन्ही स्टेप्स के हिसाब से रोजाना रिवीज़न करना चाहिए
रिवीज़न करने में 5 मिनट का समय लगता है।
लेकिन रिवीज़न के लिए समय कैसे निकाले चलिए जानते है।
क्लास में टीचर के आने से पहले last क्लास में टीचर ने क्या पढ़ाया था उसका रिवीज़न कर ले।
अथवा अपने घर पर जब आप सेल्फ स्टडी करते हैं तो पहले 5 से 10 मिनट तक रिवीज़न कर सकते हैं।
रिवीज़न करने का सबसे बेस्ट तरीका
रिवीज़न करने का सबसे बेस्ट कौनसा है पढ़कर, लिखकर या बोलकर।
रिवीज़न करने का सबसे बेस्ट तरीका है रफ रजिस्टर में लिखकर रिवीज़न करना।
जब विद्यार्थी लिखकर रिवीज़न करते हैं तो उन्हें लंबे समय तक याद रहता है।
एक बात का ध्यान रहे आपको किताब में देखकर नहीं लिखना है।
आपने पहले दिन जो भी पढ़ा था उसे सबसे पहले बिना किताब में देखें रफ़ रजिस्टर में लिखना है।
इससे आपको अपनी याददाश्त का पता चलता है।
पढ़ी हुई बातों को याद करने में आपको अपने दिमाग पर जोर लगाना पड़ता है। जिससे आपका दिमाग एक्टिवेट होता है।
रिवीज़न करने के फायदे
रिवीज़न करने से आप किसी भी बात को लंबे समय तक याद रख सकते हैं।
रिवीज़न करके आप एग्जाम में क्वेश्चन के आंसर अच्छी तरह से दे सकते हैं तथा अच्छे नंबर ला सकते हैं।
रिवीज़न करने से विद्यार्थी का कॉन्फिडेंस बढ़ता है।
रिवीज़न करने से विद्यार्थी सभी तरह के सवालों के जवाब देने में सक्षम होता है।
निष्कर्ष
अब आप जान गए होंगे कि Revision kaise kare आज से आप भी इसी तरीके से रिवीज़न करें।
रिवीज़न करने का यह सबसे बेस्ट तरीका है।
इस तरीके से रिवीज़न करने से एग्जाम के समय आप पर प्रेसर कम हो जाता है।
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