What is software in hindi | 3 प्रकार के सॉफ्टवेयर

What is software in hindi : Computer software, data और instruction का एक सेट होता है। जो computer और user के बीच interact करने का एक जरिया(माध्यम) होता है।

कंप्यूटर में किसी भी सॉफ्टवेयर को Install करने के लिए CPU की जरुरत होती है

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Software क्या है What is software in hindi?

• Computer मुख्य रुप से दो चीजों से मिलकर बना होता है, Software और Hardware. Hardware के अंदर ही software को store किया जाता है। उदाहरण के लिए रसोई घर में जो cylinder खाना पकाने के लिए काम में लिया जाता है, उसका लोहे का आवरण hardware है और उसके अंदर जो गैस भरी हुई है वो software है। जिसको हम ना तो देख सकते है ना ही हाथ से छू सकते है। सिर्फ खाना बनाने के लिए गैस चूल्हे के द्वारा ही उसको काम में ले सकते है।

• ठीक उसी प्रकार से computer के अंदर भी हम hardware को हाथ से छू सकते है, लेकिन software को ना ही छू सकते है ना ही देख सकते है। सिर्फ computer द्वारा ही उसको काम में ले सकते है।

हार्डवेयर के उदाहरण माउस, कीबोर्ड, मदर बोर्ड, मॉनिटर आदि

Computer हार्डवेयर का फोटो

हार्डवेयर फोटो
हार्डवेयर

Computer सॉफ्टवेयर का फोटो

software kya hota hai
सॉफ्टवेयर

सॉफ्टवेयर के विभिन्न प्रकार – Types of Software in Hindi

सॉफ्टवेयर क्या है What is software in hindi यह हमने जान लिया, अब हम software के कितने प्रकार होते है इसके बारे जानते है।

सॉफ्टवेयर तीन प्रकार के होते है।

  1. System software
  2. Application software 
  3. Utility Software

1. System software

किसी भी computer को चलाने के एक बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होती है। जैसे : ऑपरेटिंग सिस्टम(Windows), device driver आदि

उदहारण के लिए : आप जिस कमरे में रहते है माना कि वो एक hardware है, उस कमरे में रखी हुई आलमारी(Wardrobe) एक system software है। और उस system software(आलमारी) के अंदर हम बहुत सारा सामान रख सकते है उन्हें हम application software कहते है।

System software के उदाहरण है :

  • i. ऑपरेटिंग सिस्टम(Operating system)
  • ii. Device driver

(i). Operating System

कंप्यूटर को चलाने के लिए हमें एक platform की जरुरत होती है, जिसे operating system कहते है। कंप्यूटर में installed window को ही ऑपरेटिंग सिस्टम कहा जाता है। 

Operating system बहुत प्रकार के होते है। जैसे :

Window XP, Window 7, Window 8, Window 10

(ii). Device driver

प्रत्येक डिवाइस को संचालित करने के लिए एक विशेष ड्राइवर की जरुरत होती है। क्योंकि computer में बहुत सारे input और output devices होते है। computer में आमतौर पर एक से अधिक device driver की आवश्यकता होती है।

2. Application software

Application सॉफ्टवेयर क्या है? Application software वे software होते है जो किसी विशेष कार्य को करने के लिए बनाये जाते है (या काम में लिए जाते है।) for example गणना करने के लिए कैलकुलेटर, Microsoft office, movie देखने के लिए vlc मीडिया player, photo editing के लिए Photoshop आदि।

Application सॉफ्टवेयर क्या होता है

(i) Microsoft office

• Microsoft office एक multipurpose application software है जो word document बनाने के काम आता है, Power point presentation(PPT) बनाने, word pad में डॉक्यूमेंट बनाने के काम आता है।

• Microsoft office में बनाया हुआ document हम internet या pendrive के जरिये दूसरे से share भी कर सकते है।

(ii) Database software

• ऐसे software जो database को store करने के लिए बनाये जाते है। database software कहलाते है। किसी भी software या वेबसाइट के user name और password database में ही store किये जाते है। आजकल बहुत से database software market में उपलब्ब्ध है, कुछ बिल्कुल free है तो कुछ paid है जैसे : MS Access, Oracle RDBMS, Microsoft SQL Server, MySQL आदि इन software को DBMS software भी कहते है।

(iii) Multimedia Software

• जो software music play करने या movies देखने के काम आते है, multimedia software कहलाते है। इनमें भी कुछ software बिलकुल free होते है और कुछ paid होते है जैसे VLC Media player, Windows movie maker, Adobe Photoshop, KM player आदि।

(iv) Web Browser

• Computer में internet access करने के लिए web browser काम में लेते है। Web browser www(World wide web) से page access करता है और user को computer पर show करता है। प्रमुख web browser के उदाहरण :

  • Google chrome
  • Firefox
  • UC Browser
  • Safari
  • Netsurf
  • Internet explorer

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3. Utility software

Utility सॉफ्टवेयर क्या होता है? जो software computer को smoothly run करवाने के लिए काम में आते है, utility software कहलाते है। जैसे antivirus, cleaner, Backup आदि। 

• कुछ utility software computer में पहले से ही inbuilt installed आते है। लेकिन user अपनी आवश्कतानुसार भी download कर सकता है।

• Utility software का प्रमुख कार्य computer को analyse, configure, optimize और maintain करना होता है। इनका use application software के support system के तौर पर भी किया जाता है।

• Utility software को operating सिस्टम का ही एक पार्ट माना जाता है। User अपनी आवश्कता अनुसार utility सॉफ्टवेयर को install और uninstall कर सकता है।

Utility सॉफ्टवेयर multipurpose होते है। जैसे

(i) System utility

Anti-virus : कंप्यूटर को वायरस से बचने के लिए anti-virus का use करते है।

Clipboard manager : इसका use operating system में clipboard function को बढ़ाना होता है।

Debugger : computer में debugging(Error को ढूंढ़ना और उन्हें remove करना) करने के काम आता है।

(ii) Storage device management utility

• कंप्यूटर में जो device data को store करने के लिए काम में ली जाती है, उनको maintain करने के लिए जो software काम में लिए जाते है, Storage device management utility software कहलाते है।    

Backup software : डाटा का backup लेने के लिए काम में आते है।

Disk checker : Computer hard drive  करना और error हटाना।

Disk compression : कंप्यूटर में स्थित disk की साइज कम या ज्यादा करना।

Disk formatter : कंप्यूटर में स्थित disk को format करना।

Disk partition editor : कंप्यूटर disk का partition(C, D, E, F) करना।  

(iii) File management utility

• Computer स्थित files को manage करने के लिए बहुत से utility software काम में लिए जाते है। for example:

Data compression : Files में store data को compress(साइज कम) करने के लिए utilities(सॉफ्टवेयर) का use होता है। 

Data recovery : Hard disk मे delete डाटा को recover करने के लिए।

Data synchronization : अगर दो फाइल आपस में एक दूसरे से connect है या आप चाहते हो कि एक file में डाटा update करने पर दूसरी file में डाटा अपने आप अपडेट हो जाए, इस process को data synchronization कहते है।

File comparison : दो files के डाटा को आपस में compare करना।

Software कैसे बनाते है?

सॉफ्टवेयर क्या है What is software in hindi और कितने प्रकार का होता है, यह जानने के बाद अब हम software development के बारे में जानते है।

• Computer में जो सॉफ्टवेयर होते है, उनको मोबाइल में application या app कहा जाता है। software और app बनाने के लिए coding का ज्ञान होना बहुत जरुरी होता है। Coding करने के लिए बहुत language होती है। जैसे :

  • Java
  • Python
  • HTML(Hyper Text Markup Language)
  • JavaScript
  • C Language
  • C++ Language 

• हर language के अलग-अलग code और rule होते है। एक language सीखने पर ऐसा नहीं है कि आपको बाकि की सारी language आ जाएँगी, लेकिन हाँ थोड़ा बहुत basic knowledge सबके बारे में हो जायेगा।

• Code लिखने के लिए हमें एक software की जरुरत होती है java, PHP, HTML इन सब के लिए अलग-अलग सॉफ्टवेयर होता है।  

अब आपको एक example के जरिये समझाते है कि code कैसे लिखते है

कैलकुलेटर सॉफ्टवेयर क्या होता है
कैलकुलेटर

• जब हमें कैलकुलेटर में दो संख्याओं को जोड़ना होता है तो हम बड़ी आसानी से जोड़ लेते है लेकिन कभी सोचा है कि इसके पीछे कौन सा कोड काम कर रहा होता है

• नीचे आप दो संख्यायों को जोड़ने का program देख सकते है यह program C language में लिखा हुआ है अगर इसको किसी दूसरी language में लिखना हो तो थोड़ा बहुत change करना होगा

  1. #include<stdio.h>
  2. int main()
  3. {
  4. int a, b, c;
  5. printf(“Enter two numbers to add\n”);
  6. scanf(“%d%d”, &a, &b);
  7. c = a + b;
  8. printf(“Sum of the numbers = %d\n”, c);
  9. return 0;
  10. }

• दो संख्याओं को जोड़ने का program या code तो simple होता है लेकिन बहुत बड़े सॉफ्टवेयर को बनाने के लिए code भी बहुत बड़ा लिखना होता है जो सॉफ्टवेयर जितना बड़ा होगा उसका code भी उतना ही बड़ा होगा

जैसा कि आप नीचे फोटो में देख सकते है

सॉफ्टवेयर कोडिंग सॉफ्टवेयर क्या होता है
Software Coding

Programming कैसे सीखें

• अगर आप programming सीखना चाहते है तो इसके लिए market में बहुत सारे online और offline course उपलब्ध है।

• Programming की बाजार में बहुत सारी books उपलब्ध है जैसे : C, C++, Java, Php आदि। ये books पढ़कर आप basic knowledge प्राप्त कर सकते है।   

• आप यूट्यूब से भी videos देखकर और google पर search करके भी programming सीख सकते है।

• कुछ private institute भी programming का course सिखाते है और certificate भी देते है।

• अगर आप इस field में बहुत आगे जाना चाहते है तो आपको Computer science में engineering या diploma करना चाहिए।

• Programming सीखने का मूल मंत्र होता है – Practice, Practice and Practice । आपको घर पर रोजाना Practice करनी पड़ेगी।        

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Software License क्या होता है?

सॉफ्टवेयर क्या है What is software in hindi यह जानने के बाद अब हम software license के बारे में बात करते है।

• जब कोई company या कोई व्यक्ति software develop करता है तो उसे आधिकारिक तौर पर उसका owner या मालिक घोषित किया जाता है। उसे कुछ rights(अधिकार) दिए जाते है।

• अगर उस software को use करने वाला यूजर उस सॉफ्टवेयर का misuse करता है तो वह उसके खिलाफ complain कर सकता है

Software License को चार भागों में बांटा गया है –

  1. Proprietary License
  2. Share ware License
  3. Free ware License
  4. Open source License

(1) Proprietary License

• ऐसे software का एक particular कोई मालिक होता है। वह कोई company या कोई व्यक्ति भी हो सकता है।

• इन software को use करने के लिए हमें उसके owner की permission जरुरी होती है। जिसके लिए हमें कुछ money भी pay करनी पड़ सकती है।

• अगर हम ऐसे software को purchase करते है तो हम उसे एक ही computer पर use कर सकते है। अगर दूसरे computer पर use करना हो तो owner की permission लेनी होगी या उसको दुबारा purchase करना पड़ेगा।

• ऐसे software का source code restricted और secrete होता है, user उसके बारे में नहीं जान पाता है।

• Business करने के लिए इस category के सॉफ्टवेयर बहुत ही फायदेमंद है। क्योकि इसको user तभी use कर पाएगा जब वह इसके लिए pay करेगा।

(2) Share ware License

• जो software user को सिर्फ एक trial period के लिए ही मिलता है(15 दिन या 30 दिन) उसके बाद हमें उस software को use करने के लिए purchase करना पड़ेगा।

• कुछ software ऐसे भी होते है जो जिनमें कोई trail period नहीं होता है। लेकिन user उनके limited features ही use कर पाता है, जब तक वह उसे purchase नहीं करता उसे पुरे features नहीं मिलेंगे।

(3) Free ware software

• जो software बिलकुल free होते है, Freeware software कहलाते है।

• कुछ freeware software नया computer खरीदने पर उसके operating system में पहले से ही installed आते है

• ऐसे software का source code user को available नहीं होता है, वह इसको modify नहीं कर सकता है।   

(4) Open source software

• ऐसे software जो अपने user को freedom देते है उसे अपनी आवश्यकता अनुसार use करने के लिए, Open source software कहलाते है।

• User इन software को redistribute भी कर सकता है और उसका source code भी change कर सकता है।

• सभी Open source software free हो ऐसा जरुरी नहीं है।

• कुछ example VLC media player, Firefox, chrome browser आदि।

Software और Hardware में अंतर

No. Software Hardware
1 Software को हम हाथ से छू नहीं सकते है। Hardware को हम हाथ से छू सकते है।
2 Software को programming language के द्वारा coding करके बनाया जाता है जैसे : C, C++, java, Php आदि। Hardware को physical material के द्वारा बनाया जाता है जैसे : प्लास्टिक, लोहा, धातु, रबर आदि।
3 Software के द्वारा किसी भी task को control कर सकते है। Hardware सॉफ्टवेयर के दिए गए instructions के अनुसार काम करता है।
4 सॉफ्टवेयर corrupt होने पर इसको backup या new software से replace कर सकते है। हार्डवेयर corrupt होने पर इसको new डिवाइस से ही replace करना पड़ता है।
5 Software को virus के द्वारा damage कर सकते है। Hardware को virus के द्वारा damage नहीं कर सकते।
6 Software को एक computer से दूसरे computer में नेटवर्किंग के द्वारा send कर सकते है। Hardware को एक computer से दूसरे computer में send नहीं कर सकते।
7 Software की बहुत सी copy बनाई जा सकती है। Hardware की copy नहीं बनाई जा सकती।
8 Software को नया code लिखकर update कर सकते है। Hardware को update नहीं कर सकते replace कर सकते है।
9 Software को आप पकड़कर room में नहीं फेंक सकते। Hardware को आप पकड़कर room में फेंक सकते है।
10 Software टूट नहीं सकता। Hardware टूट सकता है।

उम्मीद करते है कि सॉफ्टवेयर क्या है What is software in hindi यह article आपको पसंद आया होगा। What is software in hindi Thank you.

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5 thoughts on “What is software in hindi | 3 प्रकार के सॉफ्टवेयर

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    one of the most interesting and amazing posts you did on your blog and i really appreciate your work keep it up

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    Very Good software Info…यह जानकारी काफी उपयोगी लगी एवं लोगों को ऐसी जानकारी पढ़कर बहुत कुछ नॉलेज को एक्टिव कर सकते हैं जो वास्तव में रियल जानकारी इस पोस्ट में बताई गई है ऐसी पोस्ट को सोशल नेटवर्क पर ज्यादा शेयर करें ताकि और भी लोगों को इस प्रकार की जानकारी मिल सके

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