DVD Full Form in hindi | DVD फुल फॉर्म

DVD Full Form in hindi : DVD एक डिजिटल ऑप्टिकल डिस्क स्टोरेज डिवाइस है। जो 1995 में इंवेंट (invent) की गई थी DVD एक ऐसा माध्यम है जिसमें सभी प्रकार के डिजिटल डाटा को स्टोर किया जा सकता है।

DVD में स्टोर डाटा को read करने के लिए DVD प्लेयर की आवश्यकता होती है। DVD फुल फॉर्म के इस लेख में हम आपको DVD फुल फॉर्म के अलावा CD और DVD की history के बारे में भी बताएंगे तथा DVD के कितने प्रकार होते है, DVD फुल फॉर्म भी बताएंगे

DVD फुल फॉर्म

DVD के दो फुल फॉर्म माने जाते है

Digital Video Disk

Digital Versatile Disk

CD के मुकाबले DVD में ज्यादा डाटा स्टोर किया जा सकता है। DVD की स्टोरेज कैपेसिटी ज्यादा होती है DVD में हाई Quality movies और videos स्टोर किये जा सकते हैं।

DVD का इतिहास

DVD से पहले ऑप्टिकल डिस्क पर वीडियो रिकॉर्डिंग के बहुत सारे प्रारूप विकसित किए गए थे ऑप्टिकल तकनीक का आविष्कार डेविड पोल ग्रेग ने 1963 में किया था।

DVD से पहले CD का निर्माण हुआ था

वर्ष 1979 में PHILIPS तथा SONY कॉरपोरेशन ने मिलकर CD का निर्माण करना शुरू किया था।

CD का निर्माण एक पॉलीकार्बोनेट बफर के द्वारा होता है इसका आकार 120 मिलीमीटर के डायमीटर के बराबर होता है और इसकी मोटाई 1.2 मिलीमीटर होती है इस के बीचो-बीच 15 मिलीमीटर का एक हॉल होता है।

CD के बाद 1995 के करीब DVD का विकास हुआ DVD सिंगल लेयर तथा डबल लेयर दो फॉर्मेट में आती है।

इसकी एक लेयर में 4.7 GB (गीगा बाईट) से लेकर 8.5 GB तक डाटा स्टोर किया जा सकता है।

  DVD की छमता CD से 11 से 12 गुना अधिक होती है।

  DVD की रिकॉर्डिंग के लिए लेजर की शार्ट वेब का इस्तेमाल किया जाता है। जिसकी वजह से CD के मुकाबले इसमें बहुत ज्यादा मात्रा में डाटा स्टोर किया जा सकता है।

DVD के प्रकार

डाटा को Read तथा Write करने के आधार पर DVD को निम्न भागों में बांटा जाता है।

(i) DVD-ROM

ऐसी DVD जिनमें एक बार डाटा स्टोर करने के बाद केवल read किया जा सकता है। कोई दूसरा डाटा ना तो Write कर सकते हैं और ना ही Written डाटा को डिलीट कर सकते है।

(ii) DVD-R

 कुछ DVD मार्केट में blank (खाली) DVD आती हैं जिनमें केवल एक बार डाटा को सेव कर सकते हैं। एक बार डाटा को सेव करने के बाद उसे केवल read किया जा सकता है ना ही तो डिलीट कर सकते हैं और ना ही अन्य डाटा को स्टोर किया जा सकता है।

 (iii) DVD-RAM

 ऐसी DVD जिनमें डाटा को READ, WRITE तथा DELETE किया जा सकता है। यह प्रक्रिया जितनी बार चाहे उतनी बार कर सकते हैं लेकिन अगर DVD पर स्क्रैच (Scratch) हो गए तो उसके बाद वह काम नहीं करती है।

DVD का उपयोग

 DVD के अंदर हम सभी फॉर्मेट का डाटा स्टोर कर सकते हैं चाहे वह वीडियो, ऑडियो, MP3 या MP4 किसी भी image, text file, PDF फाइल और XML फाइल सभी प्रकार का डाटा स्टोर किया जा सकता है।

DVD और Blue-Ray Disk में अंतर

DVD में डाटा को लाल लेजर बीम से write किया जाता है जबकि Blue-Ray Disk में (blue) लेजर से write किया जाता है।

Blue light की तरंगधैर्य कम होती है इसलिए कम स्पेस में ज्यादा डाटा स्टोर कर सकती है।

  DVD से 5 गुना डाटा Blue-Ray Disk के अंदर स्टोर कर सकते हैं।

DVD Full Form in hindi के इस आर्टिकल में हमने आपको DVD फुल फॉर्म के अलावा DVD के प्रकार, DVD में डाटा कैसे स्टोर किया जाता है तथा DVD के अलावा CD के बारे में भी जानकारी दी है हमें उम्मीद है कि DVD फुल फॉर्म लेख आपको पसंद आया होगा।

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